_ कह दो की चाँद
कह दो की चाँद हमारा नही है ,
इस दुनियां से नाता गवारा नही है
मै मर तो गई थी उस रात मगर ,
अभी उसने मुझे दफनया नही है,
ये दिल ये जिस्म ये रूह है उसकी ,
अभी उसने मुझे भुलाया नहीं है
बरिश कि बून्दे क्या कहती है
भला ,अभी उसने मुझे कुछ सुनाया नही हैै ,
तुम ठहरो, तुम ठहरो, तुम ठहरो जरा ,
अभी उसने मुझे सीने से लगाया नही है
Khub bhalo achi
जवाब देंहटाएंBahut badhiya 😁 sister
जवाब देंहटाएंMast
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