Jeewan सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Jeewan

जीवन




जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल।
जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल।।
रहो हमेशा खुश रे वंदे,जीवन है अनमोल।


उठो सबेरे सैर करो तुम, रोग न तुमको चाहेगा ।
नित्य- नियम पानी पी लेना कब्ज दूर हो जाएगा ।।
हाथ धो कर भोजन करना स्वस्थ रहोगे हरदम तुम।
अटर-पटर मुंह में कुछ न लेना बीमार तुरंत पड़ जाओगे।।
जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल।


समय के साथ आगे बढ़ना, मंजिल न दूर होगा ।
आलस बुरी बलाई रे वंदे,हरदम याद रखना।।
गिरो,उठो,संभालो,खुद को, कोई क्या कर लेगा।
अगर बुलंद है जोश अपना, बाधा कुछ न कर पाएगा।।
जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल।


रहो हमेशा सावधान प्यारे,नेकी राह अपनाना।
माता- पिता-गुरुजनों से दूरी कभी न करना।।
वैर कि भावना कमजोर ही करता,सत्य कि राह पर रहना।
धीरज बनाए सदा तू रखना चाहत कमजोर न करना।।
जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल।


मिलेगी सफलता, मिलेगी शोहरत, कृति होगी चारों ओर।
गूंज उठेगा कोयल संग भवरे, नाचे गली- गली में मोर।।
नन्द बिहारी कहता सबको दुनियां एक परिवार है।
जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल।।

रहो हमेशा खुश रे वंदे जीवन है अनमोल।
जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल।।
       **

👉हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें👈

Poet

 नन्द बिहारी

EDUCATION :
ADDRESS :ग्राम- जमैला,पोस्ट-मदना, भाया- अंधराठाड़ी, जिला- मधुबनी, बिहार-847401







टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Ummeede

_   उम्मीदें उम्मीदें इस जहाँ में बस ख़ुदा से रखना तुम साबरी इंसान कभी किसी के साथ वफ़ा नहीं करते। जो क़ैद कर ले किसी को अपनी यादों में, तो मरने तक उनको उस यादों से रिहा नहीं करते। रूह से इश्क़ करना ये बस ख़्वाबों-ख़यालों  फिल्मों में सुन रखा होगा सबने, हक़ीक़त में इस जहाँ में लोग बिना जिस्म के इश्क़ का सौदा नहीं करते। वादे करके भूल जाना तो इंसान की फ़ितरत है। यहाँ वादे ख़ुदा से भी करके लोग पूरा नहीं करते। ~ Drx Ashika sabri (Age: 22) Bsc ,D pharma Varanasi(U.P)

Chitthi

  चिट्ठी (कविता)  लिख कर चिट्ठी भेज रही हु भगत सिहं तुझे बुलाने को ,  1 बार फिर आ जाओ अपना देश बचाने को ।  छोटे छोटे बच्चे भुखे रोते रोज सीमा पर शहीद सैनिक होते  भारत मॉं पर हमले पाक चीन के होते  देश हथियाने को ,  आ जाओ अपना देश बचाने को।  रोज नए नए गठबन्धन होते नए नए नेताओ के संगम होते ,  गद्दार सब काले धन पर सोते आराम फरमाने को ,  आ जाओ अपना देश बचाने को ।  ना एकता लोगो मे आयी, भाई ने भाई की जान गवायी ,  और सरकार ने करवाई लडाई दंगे भडकाने को ,  आ जाओ अपना देश बचाने को ।  गरीबो का होता शोषण हो रहा अमीरो का पोषण ,  सरकार दे रही झूठा भाषण वोट बनाने को ,  आ जाओ अपना देश बचाने को ।  हम भारत के वासी हमारा ना ईश्वर ना कैलाशी ,  सब कुछ बस भारत मॉँ कहलाती ,  आ जाओ पाक चीन का दिल दहलाने को,  आ जाओ अपना देश बचाने को ।  ये देश ही मेरी पूजा है, भगवान है ,  शबगा है गाँव मेरा और भारती मेरा नाम है ,  मै प्रेम भाव से लिखू कविता ,  भारत के सपने नये सजाने को ,  आ जा...

Mere kridan bade surile

  मेरे क्रंदन बड़े सुरीले हैं (कविता)  जिस रोज वैदेही के अंखियो से , मेरी जडों में जल प्रपात उठ आया , उस रोज प्रकृति ने भी। कुज वसुधा की पलटी काया।। मेरी पुत्री मेरी छांव में बैठी , ऐसे विलाप के गायन ज़रा नुकीले हैं।         सुन आर्यपुत्र की माई !!                         मेरे क्रंदन बड़े सुरीले हैं ॥ पांचाली से मुझे हर लिया , सुष्म - बदन निर्झरणी को ॥ देख विप्लव मैं कलंकित हो गई , दुःशासन की करनी को ॥ पवित्र कलिंदी के गर्भ में भी, कुकर्म के विशाल टीले हैं,,         सुन आर्यपुत्र की माई !!                         मेरे क्रंदन बड़े सुरीले हैं ॥ जब वैकुण्ठ भीगो के गोढ़ , बैठे चले मुझ पे तरणी में ॥ संग अनुज- सिया रखुबर पुर जाई , मन करे छंद भर दौड़ , चुम आऊँ आज चरणी मैं ॥           कब मिलिहो  चउदा बरस बाद ?? बिन तुमरे , हो गई अयोध्या भय - सूना काल।। मेरा व्योम चुरा लेगी रजनी ये!!...