_ ग्राम्य शासन
ग्राम्य चौपाल में
सरकारी जर्जर भवन
बिना दीवारों के घर सा खंडहर है
देखते हैं, अधिकतर
चालाक लोग हुकूमत के मुँह-लगवा होते हैं
शेष बचे लोग सियासत में नुकीले कील से डरते हैं
उनको ऐसा लगता है कि----
प्रजा-तंत्र में राजा का विरोध दंडनीय माना जाता है
प्रतिरोध का सौदा घाटा का होता है
कई बार मुनाफे में विरोध का स्वर लझबझा जाता है
खैर,,
आइए ग्राम्य-स्वराज की थोथी ग्रामसभाओं में विकास का षडयंत्र गढते हैं
आइए कुछ करते हैं
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Om Tripathi
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👌👌👌
जवाब देंहटाएंExcellent 👍
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