चिट्ठी (कविता) लिख कर चिट्ठी भेज रही हु भगत सिहं तुझे बुलाने को , 1 बार फिर आ जाओ अपना देश बचाने को । छोटे छोटे बच्चे भुखे रोते रोज सीमा पर शहीद सैनिक होते भारत मॉं पर हमले पाक चीन के होते देश हथियाने को , आ जाओ अपना देश बचाने को। रोज नए नए गठबन्धन होते नए नए नेताओ के संगम होते , गद्दार सब काले धन पर सोते आराम फरमाने को , आ जाओ अपना देश बचाने को । ना एकता लोगो मे आयी, भाई ने भाई की जान गवायी , और सरकार ने करवाई लडाई दंगे भडकाने को , आ जाओ अपना देश बचाने को । गरीबो का होता शोषण हो रहा अमीरो का पोषण , सरकार दे रही झूठा भाषण वोट बनाने को , आ जाओ अपना देश बचाने को । हम भारत के वासी हमारा ना ईश्वर ना कैलाशी , सब कुछ बस भारत मॉँ कहलाती , आ जाओ पाक चीन का दिल दहलाने को, आ जाओ अपना देश बचाने को । ये देश ही मेरी पूजा है, भगवान है , शबगा है गाँव मेरा और भारती मेरा नाम है , मै प्रेम भाव से लिखू कविता , भारत के सपने नये सजाने को , आ जा...
Good 😊
जवाब देंहटाएंNice 👍 sister
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