_मेरे शब्द
बुराई जब भी पनपे उसे जड़ से उखाड़ फेको
इस इंसानी दुनियां में नफरत का बीज मत बोओ
बिस्वास किसी भी मज़बूत रिश्ते का आधार है
कुछ चीजें कीमत से नही किस्मत से हमको मिलती है
कभी कभी खूबसूरती भी घातक होती है जैसे कि हीरा
सहनसीलता रखो वसुंधरा के जैसे
सबकी कद्र करना सीखो किस्मत तुम्हारी कद्र करेगी
जो दिल को प्यारा लगता है उसकी झलक ही सारे दुखों को दूर कर देती है
हम खुश रहेंगे तो हमारे आस पास का माहौल भी खुशनुमा रहेगा
सच को छुपाने की हज़ार कोशिश कर लो फिर भी सच तो सच होता है
जीवन का गणित ये कहता है कि जो झुकता है वही आगे बढ़ता है
माता पिता और गुरू से बढ़कर इस संसार में कोई नहीं
अपनी खुशियों के लिए किसी का हक मारना ये समझदारी नही बेवकूफी है
स्त्री प्रेम से कांटों को भी फूलों में ढाल देती है
Amrita tripathi
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Poet
Amrita tripathi
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