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जून, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Pita Mere

  _पिता मेरे पिता मेरे । शत् शत् नमन.. सागर से भी गहरा, अंबर से भी ऊँचा जिसका प्यार है ' पिता " इक शब्द नहीं, संपूर्ण संसार है,  अनुभूति से आनंद तक ... असीम आशीर्वाद है पिता तेरा हमसभी पर अनमोल अनुराग है  मेरी रग-रग में बसा तेरा संस्कार है..  रक्त की हर बूंद तेरी ही कर्जदार है. ये जिंदगी, जज्बा, जुनून, तेरा दिया उपहार है..  मेरी हिम्मत, हौंसला और ये हंसीं तेरा दिया प्यार है..  सागर से भी गहरा, अंबर से ऊंचा जिसका प्यार है पिता इक शब्द नहीं संपूर्ण संसार है  जीवन एक परीक्षा है,सफलता पिता की शुभेच्छा है  जंग भी तेरी, जीत भी तेरी, मेरा जीवन तेरी ही इच्छा है  पिता हमारी पहचान है, सारी खुशियां सारा जहान है  वजूद से जिसके लगता जीवन, हर क्षण नया विहान है.  आदर्श तुमही हो, पिता मेरे ,तुमसे मेरा आत्मविश्वास है  जीवन बने सफल मिले सुख-समृद्धि तेरे आशीष की आश है सागर से भी गहरा, अंबर से भी ऊँचा तेरा प्यार है मेरे  "पिता" तू ही मेरा संपूर्ण संसार है.... 👉 हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें 👈 Poet Amita ...

Nyi Umang

  _नई उमंग नई शाम के नया सबेरा होता है छोटी छोटी कलियों से बगिया में फूल खिलता है दुःख जायेंगे सुख आयेंगे एक पत्थर हमको सिखाता है बनती है प्रतिमा काट काट के मंदिर में जब लगती है फूल बरसता है प्रतिमा पर दुनियां सारी पूजती है इसी प्रकार जीवन है निर्मल कभी सहे जेठ की तपन तो कभी सावन की फुहार दुःख से तुम ना घबराओ जीवन है अनमोल उपहार कभी हसीं है कभी नमी और कभी मां की ममता सा प्यार धरा पर जीवन ऐसा जीओ छाई हो बसंत की बहार Amrita tripathi 👉 हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें 👈 Poet Amrita Tripathi अगर आप अपनी कविता प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो आप व्हाट्सएप नंबर 7771803918 पर संपर्क करें।

Father's day

_Father day अगर नौ महीने कोख में रखती है मां तो नौ महीने दिमाग़ में रखते हैं पापा भोजन पकाती है मां तो भोजन का इंतजाम करते हैं पापा तैयार करके स्कूल भेजती है मां तो पढ़ाई पूरी कराते हैं पापा कपड़े पसंद करती हैं मां तो बिल पे करते हैं पापा मां दुनियां में लाती है तो सम्मान दिलाते है पापा मां पूरा घर संभालती हैं तो घर का पूरा खर्च उठाते हैं पापा मां दिल में रखती है तो सिर के ताज होते हैं पापा घर में निडर बनाती है मां तो बाहर घुमाने ले जाते हैं पापा बर्थडे याद रखती है मां तो बर्थडे केक लाते है पापा घर की लक्ष्मी होती है मां तो घर के मुखिया कहलाते है पापा पिता दिवस पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं Amrita tripathi 👉 हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें 👈 Poet Amrita Tripathi अगर आप अपनी कविता प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो आप व्हाट्सएप नंबर 7771803918 पर संपर्क करें।

Bhookh

  _भूख भूख लगी है मां कुछ तो खाने को दो राशन के पैसे अब तो लाने को दो भूख अब सहा नहीं जाता हैं मां अब कुछ कहा नहीं जाता रसोई में कुछ रखा हो तो लाके दो खाली डिब्बों मे चिवड़ा झाड़ के दो पेट में चूहे दौड़े है भूख सहने में आंसू पोछे है हाय हाय क्या नसीब है समाज में अब भी गरीब लोग है Amrita tripathi 👉 हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें 👈 Poet Amrita tripathi अगर आप अपनी कविता प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो आप व्हाट्सएप नंबर 7771803918 पर संपर्क करें।

Mere Shabd

  _मेरे शब्द बुराई जब भी पनपे उसे जड़ से उखाड़ फेको इस इंसानी दुनियां में नफरत का बीज मत बोओ बिस्वास किसी भी मज़बूत रिश्ते का आधार है कुछ चीजें कीमत से नही किस्मत से हमको मिलती है कभी कभी खूबसूरती भी घातक होती है जैसे कि हीरा सहनसीलता रखो वसुंधरा के जैसे सबकी कद्र करना सीखो किस्मत तुम्हारी कद्र करेगी जो दिल को प्यारा लगता है उसकी झलक ही सारे दुखों को दूर कर देती है हम खुश रहेंगे तो हमारे आस पास का माहौल भी खुशनुमा रहेगा सच को छुपाने की हज़ार कोशिश कर लो फिर भी सच तो सच होता है जीवन का गणित ये कहता है कि जो झुकता है वही आगे बढ़ता है माता पिता और गुरू से बढ़कर इस संसार में कोई नहीं अपनी खुशियों के लिए किसी का हक मारना ये समझदारी नही बेवकूफी है स्त्री प्रेम से कांटों को भी फूलों में ढाल देती है Amrita tripathi 👉 हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें 👈 Poet Amrita tripathi अगर आप अपनी कविता प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो आप व्हाट्सएप नंबर 7771803918 पर संपर्क करें।

Kya Khareeda

  _क्या खरीदा पैसे से हमने मकान खरीदा आनंद नही खरीद पाए पैसे से हमने शान शौकत खरीदी इज़्जत नही खरीद पाए पैसे से हमने भोजन खरीदा भूख नही खरीद पाए पैसे से हमने बिस्तर खरीदा नींद नही खरीद पाए पैसे से हमने वस्त्र खरीदा वाणी नही खरीद पाए पैसे से हमने गहने खरीदे रूप न खरीद पाए पैसे से हमने कुंडली खरीदी किस्मत नही खरीद पाए पैसे से हमने डिग्री खरीदी ज्ञान नही खरीद पाए पैसे से हमने पानी खरीदा प्यास नही खरीद पाए पैसे से हमने फोन खरीदा रिश्ते नही खरीद पाए पैसे से दूसरो को रुला दिया आंसू नहीं पोंछ पाए पैसा जीवन को चलाने के लिए हमारी अजीविका हैं लेकिन पैसे से बढ़कर भी कुछ है हमे उसे समझना और समझाना चाहिए Amrita tripathi 👉 हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें 👈 Poet Amrita tripathi अगर आप अपनी कविता प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो आप व्हाट्सएप नंबर 7771803918 पर संपर्क करें।

Maa

  _माँ माँ तू है त्याग और बलिदान की मूर्ति,   हमेशा मेरे हर एक जरूरत को है पूरी करती, जब भी उदास या परेशान होता हूँ,   तेरे पास दौड़ा चला आता हूँ,  बिना कुछ सोचें समझें अपनी मन की हर एक बात तुझे बताता हूँ,  तू मेरे हर एक परेशानी को यूँ पल में दूर कर देती है,  मुझे दर्द में देखकर अपने हर दर्द को भुला देती है,  माँ तू है त्याग और बलिदान की मूर्ति,   हमेशा मेरे हर एक जरूरत को है पूरी करती,   हमेशा मेरे हर एक जरूरत को है पूरी करती। 👉 हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें 👈 Poet Hariom Gupta  अगर आप अपनी कविता प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो आप व्हाट्सएप नंबर 7771803918 पर संपर्क करें।

Anmol Vachan

  _अनमोल वचन मेहनत करके खाओ दया का पात्र बन के नही आंसू बहाओ ईश्वर के सामने इंसानों के नही जो दूसरों पर हंसते हैं दुनियां उन पर हंसती है मज़ाक ऐसा मत करो कि वो तीर तलवार बन जाए दूसरो की सहायता इतना ना करो कि तुम एक निर्धन भिखारी हो जाओ धन दौलत होने पर कोमल बनो अभिमानी नही खुशियां बाटने से मिलती है छीनने से नही दिल खूबसूरत रखो चेहरा नही अपने आप को पानी बनाओ जिस रंग में रहो वही रंग जाओ दुख सहते सहते हम मज़बूत बनते हैं कमज़ोर नही आंखे सबके पास होती है बस देखने का तरीका अलग अलग होता है उम्मीद की थाली मे हमे प्यार परोसना चाहिए नफ़रत नही हम आशा करते रहें आप सब हमारी बातों से सहमत हैं Amrita tripathi 👉 हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें 👈 Poet Amrita Tripathi अगर आप अपनी कविता प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो आप व्हाट्सएप नंबर 7771803918 पर संपर्क करें।

O My Lovely Beloved

_ O my Beloved One  O my lovely beloved once look at me for thine I bring my heart Everything what thou wish in dream I bring these gifts smart Look here the red bangles and bracelets too in a heap Not only red but all colours like a rainbow deep A dear name of heritage and a big mansion of my ancestors A loving heart of my parents where a flower bloom in my respected mother clusters A dream which every girl seen alone to play a love beam with her loving lover A fresh heart where no thorns a glowing face with love where no gloom cover Never wait for the consent of siblings I promise to take their acceptance I promise coming in my arms no misery or problems touch thou in repentance Every lovely flower gets proud seeing my love and caring For thou not worry I will bear all miseries with laughing sharing I know thou have a pain of separation thy own But I have thou in covering all tears separate zone 👉 हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें 👈 Poet Vijay Pa...

Deepawali

  _दीपावली आज छेड़ो दिलों में नया राग दिन है कुछ खास दिल में खुशी भरके बजाओ कोई साज मौसम बना है आज पर्व है महान घटा छाई है खुशियों की चारो ओर मस्ती में ढोल बजा रहे हैं लोग क्योंकि दीपावली है आज सीता राम सहित लक्ष्मण आएं हैं आज खुशियों के पल चुरा लो आज नाच लो आज खुशी का दिन है खोल दो दिलों के दरवाजे लक्ष्मी माता का हो जाए वास क्योंकि दीपावली है आज गणेश जी का हो सबके घरों में वास सुख शांति का हो सदाबहार खुशी से करते हैं अभिवादन हम आज सबके चेहरे पर रहे मुस्कान क्योंकि दीपावली है आज Amrita tripathi 👉 हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें 👈 Poet Amrita Tripathi अगर आप अपनी कविता प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो आप व्हाट्सएप नंबर 7771803918 पर संपर्क करें।