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Teez Vrat

 

_तीज व्रत

Poet Amrita Tripathi



झूम के आओ गाए गीत आ गई सखियां देखो तीज बागों में बहार है बारिश की फुहार है
कलियों में मुस्कान है तन मन में राग है
बागों में झूले पड़े हैं प्यार भरे गीतों से दिल झूम उठे हैं
चुनरी पहनें बहन झूमी मेहदी लगाकर हस के बोली
ढोल नगाड़े संग बजाओ आज तीज व्रत मनाओ हर साल यह तीज त्यौहार आए खुशी से सुहागिनें मनाए
सोलह श्रृंगार में स्त्री रंग जाए अमर सुहाग ईश्वर बनाएं
अक्षय भंडार से हर घर भर जाए


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