_ जिंदगी एक सफर
"जिंदगी में मैंने देखे हैं बहुत से मेले,
कभी मिठाई बेची, कभी चाट, तो कभी केले।"
"जिंदगी को मैंने बहुत करीब से देखा है,
इसलिए गमों को मैंने कर दिया
अनदेखा है।"
"जिंदगी में बहुत से उतार-चढ़ाव आए,
कभी दुःख तो कभी सुख के बादल छाए।"
"जिंदगी से लड़ता गया और जीता गया,
लोगों को पड़ता गया और गमों को पीता गया।"
"क्योंकि जिंदगी जीने का नाम है,
दुःख के डर से आत्महत्या करना हराम है।"
"जो लोग दुखों से कतराते हैं,
अपनी जिंदगी पर नहीं इतराते हैं।"
"दुखों के भंवर से कश्ती निकाल लेना जिंदगी है,
ऐसे लोगों को करता सारा जमाना बंदगी है।"
"मैं कहता ऐ दुनिया वालों जिंदगी को जीते जाओ,
और जिंदगी के दुखों के जामो को पीते जाओ।"
"जब तक जिंदगी है जीते जाओ......... जीते जाओ
सारे दुखों के जामों को पीते जाओ........ पीते जाओ।"
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Publisher
Om Tripathi
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Shourya Paroha
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