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वक़्त

 


वक़्त भी क्या चीज़ है
जो सबकी औकात दिखा जाता है
किसी को अपना तो
किसी को बेगाना बना जाता है
वक़्त के साथ बदल जाते हैं चेहरे
हर चेहरा नया सबक सिखा जाता है
जिसे मानते है हम अपना
वही अपना रंग दिखा जाता है
 वक़्त के फेर जब भी चलते है 
अपने पराए की पहचान करा जाते है
कुछ अपनों के मुखौटे उतर जाते है
और कभी पराए भी फ़रिश्ते बन जाते हैं

Written by
-Anita Mishra     

Haryana 
Hosiyaarpur
Punjab



Posted by
-Om Tripathi

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