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Jeewan

जीवन जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल। जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल।। रहो हमेशा खुश रे वंदे,जीवन है अनमोल। उठो सबेरे सैर करो तुम, रोग न तुमको चाहेगा । नित्य- नियम पानी पी लेना कब्ज दूर हो जाएगा ।। हाथ धो कर भोजन करना स्वस्थ रहोगे हरदम तुम। अटर-पटर मुंह में कुछ न लेना बीमार तुरंत पड़ जाओगे।। जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल। समय के साथ आगे बढ़ना, मंजिल न दूर होगा । आलस बुरी बलाई रे वंदे,हरदम याद रखना।। गिरो,उठो,संभालो,खुद को, कोई क्या कर लेगा। अगर बुलंद है जोश अपना, बाधा कुछ न कर पाएगा।। जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल। रहो हमेशा सावधान प्यारे,नेकी राह अपनाना। माता- पिता-गुरुजनों से दूरी कभी न करना।। वैर कि भावना कमजोर ही करता,सत्य कि राह पर रहना। धीरज बनाए सदा तू रखना चाहत कमजोर न करना।। जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल। मिलेगी सफलता, मिलेगी शोहरत, कृति होगी चारों ओर। गूंज उठेगा कोयल संग भवरे, नाचे गली- गली में मोर।। नन्द बिहारी कहता सबको दुनियां एक परिवार है। जीवन है अनमोल रे वंदे जीवन है अनमोल।। रहो हमेशा खुश रे वंदे जीवन है अनमोल। जीवन है अनमोल रे वंदे जी...

Paisa

_पैसा एक दिन मजबूरी और पैसे में तकरार हो गई मजबूरी ने पैसे से कहा मैं तुमसे बड़ी हूं क्योंकि मजबूरी में लोग कुछ भी कर सकते हैं मजबूरी में ईमानदार से भी ज्यादा ईमानदार बेईमान और बेईमान से भी ज्यादा बेईमान ईमानदार बन जाता है मजबूरी बड़ी है तो पैसे ने कहा ईमानदार लोग मेरी वजह से ईमानदार और बेईमान लोग भी मेरी वजह से बेईमान होते हैं अच्छे-अच्छो की सीयत बिगड़ जाती है मेरे सामने मुझ में इतनी ताकत है कि मैं अच्छे को बुरा और बुरे को अच्छा बना सकता हूं मेरी ताकत इतनी है कि अगर मैं चाहूं तो एक पल में सब कुछ बंद कर सकता हूं जैसे हवा के बिना सांस नहीं चलती ठीक वैसे ही मेरे बिना दुनिया नहीं चलती मैं दुनिया को उतना ही जरूरी हूं जितना जीने के लिए खाना और पानी मेरे बगैर जीने का कोई ख्याल तक नहीं कर सकता अगर दुनिया ईश्वर के बाद किसी को पूछता है तो वह मैं हूं मैं सर्वोपरि तो नहीं पर दुनिया में ईश्वर के बाद दूसरा स्थान मेरा ही है (पैसा) जहां लोग जिंदगी से हार मान जाते हैं वह मुझे देखते ही उन्हें एक नया जीवन मिल जाता है जिस काम को बड़े से बड़ा नेता भी नहीं कर सकता उसे मैं पल भर में कर देता हूं (पैस...

Jab ham padhenge

जब हम पढ़ेंगे *************************             मेरे किस्मत के सारे भाग्य खुल जायेंगे,जब हम पढ़ेंगे । जब हम पढ़ेंगे-पढ़ेंगे रोज़ पढ़ेंगे।। मेरे किस्मत के सारे भाग्य खुल जायेंगे  जब हम पढ़ेंगे।।             जब मैं पडूंगा तो हाकिम बन जाउंगा। हाकिम बन के मैं अलख जगाउंगा.।।  मेरे किस्मत के सारे ताले खुल जायेंगे,जब हम पढ़ेंगे। मेरे किस्मत के सारे भाग्य खुल जायेंगे,जब हम पढ़ेंगे।।              जब मैं पढूंगा तो डॉक्टर बन जाउंगा । डॉक्टर बनके मै सबको ईलाज करूंगा ।। मेरे किस्मत के सारे राह खुल जायेंगे जब हम पढ़ेंगे ।। मेरे किस्मत के सारे भाग्य खुल जायेंगे,जब हम पढ़ेंगे । जब हम पढ़ेंगे-पढ़ेंगे रोज़ पढ़ेंगे । मेरे किस्मत के सारे भाग्य खुल जायेंगे  जब हम पढ़ेंगे ।।              जब मैं पढूंगा तो मास्टर साहब बन जाउंगा । मास्टर साहब बनके मै सबको पढ़ाऊंगा ।। मेरे अखियां के तारे सारे खुल जायेंगे जब हम पढ़ेंगे । मेरे किस्मत के सारे भाग्य खुल जायेंगे,ज...

Badla mausam

बदला मौसम शाम का वो वक्त धीरे-धीरे ढलता हुआ वो सूरज ढलते हुए सूरज को देखकर वो गुनगुनाती हुई हवाएं धीरे-धीरे वो किरणों का छुपना एक बड़े से रेत के टिब्बे के पिछे सुरज का वो छुपना सोने कि तरह चमकती हुई वो सुनहरि रेत धीरे-धीरे सूरज ढल गया ।और रात हो गई ।पर उफ। रात तो शाम से भी ज्यादा सुहानी लग रही थी। वह बादलों पर सपनों की तरह बिखरे हुए तारे ।वह मंजिल की तरह चमकता हुआ चांद ।वह हलचल मचाने वाली धीमी धीमी जुगनू की आवाज। चांद से ज्यादा खूबसूरत वह तारों से भरा हुआ आसमान ।चांद को देखते देखते फिर सुबह हो गई। सुबह-सुबह वह ओस कि बूंद का पत्तों पर गिरना ।वह चहकती हुई चिड़िया की आवाज ।वह धीरे-धीरे सूरज की किरणों का धरती को छूना। सुबह-सुबह हवाओं का किरणों के साथ वह ठिठौली करना। फिर देखते-देखते माध्यम से सूरज का जलते हुए अंगारे में बदल जाना ।वह सुहाती हुई किरणों का कड़कती धूप में बदलना। मां के आंचल की तरह नर्मी देने वाली रेत का अंगारों में बदल जाना ।फिर वो अचानक से किरणों का आसमान को ढक लेना।। 👉 हमसे जुडने के लिए यहाँ click करें 👈 Poet  R. K EDUCATION : ADDRE...