_ कर्म भूमि है कहती
तुम किसी की मदद करके तो देखो तुम्हे मदद न मिले तो कहना
किसी के आंसू पोंछ कर तो देखो
तुम्हारी आंखों में आसूं आए तो कहना
तुम किसी को गिराकर तो देखो
तुम न गिरे तो फिर कहना
दिन दुखियों की सेवा करके तो देखो
तुम्हारी सेवा न हो तो कहना
किसी की बहन बेटी का अपमान करके तो देखो
तुम्हारी बहन बेटी अपमानित न हो तो फिर कहना
किसी की वस्तु चोरी करके तो देखो तुम्हारी वस्तु न खो जाए तो फिर कहना
किसी को अपशब्द कह के तो देखो वही अपशब्द कहीं से लौटकर न आए तो कहना
माता पिता को दुखी करके तो देखो तुम्हारे बच्चे तुम्हे दुखी न करे तो फिर कहना
किसी के रिश्ते में खटास घोलकर तो देखो तुम्हारे रिश्ते खराब न हो जाए तो फिर कहना
ये कर्म भूमि है दोस्तो यहां पर जो करोगे वही वापस पाओगे
Amrita tripathi
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Om Tripathi
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