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Written by anil kumar , अयोध्या उत्तरप्रदेश |
काश कहीं हम पढ़ पाते
तो जीवन में कुछ कर पाते
विद्यालय जाने से ना कतराते
डाँट गुरू की सह पाते
तो जीवन में कुछ कर पाते
काश कहीं हम पढ़ पाते
शिक्षा का मोल समझ पाते
तो दर दर ठोकर ना खाते
काश कहीं हम पढ़ पाते
तो जीवन में कुछ कर पाते
जो अव्वल साथी थे मेरे
संग छोड़ गए मेरा सारे ,
जा पहुँचें हैं उन शिखरों पे।।
जहाँ बड़े- बड़े न चढ़ पाते
काश कहीं हम पढ़ पाते ,
तो जीवन में कुछ कर पाते ।।
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