भूल
प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में विभिन्न परिस्थितियों से गुजरता है। कुछ चीजें ऐसी होती है, जो हमारे जीवन में हानिकारक होती है। उनसे हमें सावधान रहने की जरूरत है। बुद्धिमान पुरुष कोई भी समस्या हो उस पर सोच विचारकर ही असका हल निकालता है और परिस्थिति को देखकर घबराते नहीं हैं। कुछ व्यक्ति ऐसे होते हैं , जो बिना सोचे समझे किसी भी बात का निर्णण ले लेते हैं । जो उनके खुद के लिए ब दूसरों के लिए हानिकारक सिद्ध होता है। कभी कभी ऐसा होता है , कि हम दूसरों के बहकावे में आकर या किसी भी चीज को देखकर हम किसी भी व्यक्ति के विषय में गलत धारणा बना लेते हैं। हमारे मन व मस्तिष्क में बस वही बातें हमेशा चलती रहती है, लेकिन हम क्या करते है ? हम सत्य को जानने का प्रयास न करते हुए बस उन्ही बातों में उलझे रहते हैं । ऐसे मे प्रकाशमान होते हुए भी उम अहंकार मे जीते है । "क्रोध पाप का आवाहन करता है"। गुस्से में आकर न जाने क्या कर बैठते हैं । वो कार्य कर डालते हैं, जिसे करने के लिए हमारा मन तैयार नहीं होता फिर बाद में यह कहते हैं , कि अरे ! हमसे कितनी बड़ी भूल हो गई । क्योंकि उस समय हम दूसरों के विचारों को महत्व नहीं देते हैं । इसके कारण अपने भी बेगाने हो जाते हैं, व किये जाने वाले कार्य में भी सफलता नहीं मिलती है। परिणामस्वरुप हम जीवन में अपने आपको कभी माफ नहीं कर पाते है। कुुुछ व्यक्ति भूल को जानने का प्रयास भी करते हैं , लेकिन कुछ तो उसी भूल में अपना सारा जीवन बर्बाद कर देते हैं । वे दूसरों के घृणा के पात्र भी बन जाते है। "भूल को स्वीकार कर लेना भी सबसे बड़ा तप है ।" जो व्यक्ति झुक नहीं सकता वो अपनी भूल भी नहीं मान सकता।
Publisher
Om Tripathi
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Social Media Manager
Shourya Paroha
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