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दुनिया

 


कैसा है ये दुनिया का नियम,

पैसा कायदा बनाया जाता है ? 

जीवित व्यक्ति में अवगुण ही अवगुण, 

मरने के बाद गुगवान बताया जाता है।

 जिंदा रहते जो दमन करे अपनी इच्छाओं का,

 मरने पर अच्छा इन्सान बताया जाता है ।

 जिंदा रहने पर नहीं मिलती  सुकून की दो रोटी ।

 मरने पर हजारों लोगों को भोजन कराया जाता है। 

जीवित रहते जो पल-पल तरसे खुशियों को, 

मरने पर लाखों का दान कराया जाता है। 

कैसा है ये दुनिया का नियम....... 

Written by

Vartika Dubey

Phulpur, Prayagraaj

Posted by

Om Tripathi

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