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जिंदगी की जंग

 


जिंदगी की जंग में कभी हारे

कभी जीते......

ए जिन्दगी फिर भी तेरे साथ

रहे हैं हम......

जीने की जिजीविषा से जूझते रहे 

हालातों से कभी टूटे नहीं हम

ए जिन्दगी फिर भी तेरे साथ

रहे हैं हम........

अनेकों झंझावात से लड़ते रहे हरदम

ए जिन्दगी फिर भी तेरे साथ

रहे हैं हम......

मौत आई थी मगर

पुकार कर चली गई

जिंदगानी में मगर जिंदगी

देकर गई, सामना करते रहे

झुके नहीं कभी हम

ए जिन्दगी फिर भी तेरे साथ

रहे हैं हम.......

गम नहीं अब हमें कोई

कौन साथ रहे , कौन छूटे

हम तो मौत के भी पास आकर

जीते रहे हैं हम

ए जिन्दगी फिर भी तेरे साथ

रहे हैं हम........

Written by

 kanchan Varshney


B-30/A, Yamuna vihar

Ph no.8802631009


Posted by

Om Tripathi


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