_ फासले यूँ फासले जो तेरे मेरे दरमियाँ आने लगे, हमें लगता है, तुम कहीं और दिल लगाने लगे। अपनी थकावट सुना कर अब जो तुम, हमें बहलाकर, हमें ही सुलाने लगे। हम समझ गए हैं — कि "जान", "जानू", "डार्लिंग" कहकर, तुम अब किसी और को बुलाने लगे। ~ Drx Ashika sabri (Age: 22) Bsc ,D pharma Varanasi(U.P)
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