_ सनातनी हुँकार सिंह सी दहाड़ कर रण में आज पुकार कर बढ़ चला मैं आज फिर धर्म की पुकार पर श्री राम ही आधार हैं हिंदुत्व का अभिमान है बढ़ गए हैं अब तो हम हिंदू राष्ट्र की हुंकार है तू अधर्म का विरोध कर गीता का ही तो ज्ञान है मैं खड़ा हूं तेरे साथ तुझे क्यों नहीं अभिमान है तेरे नाम से ही मान है क्योंकि इस जग में आप ही महान है जो कष्टों को है हरते सबके वही तो करुणानिधि राम है अब परीक्षा नहीं लीजिए एक संकेत ही तो दीजिए कृपा रही आपकी तो अधर्म भी मिटेगा और धर्म भी टिकेगा आपके मान की है बात तो हमारी जान से भी बढ़के है गर्व है हमारा यह कि आपके ही तो पुत्र हैं बात हुई जो आपपे तो शास्त्र नहीं शस्त्र हम उठाएंगे यदि रण में जो उतर गए अतः लहू हम बहाएंगे बढ़ रहा अधर्म यहां तो आपकी कृपा से धर्म हम बचाएंगे जीवन की अंतिम सांस तक हम जय श्री राम गाएंगे यह धर्म ही है सबसे बढ़के इसी के सब कल्पित महान है काम ...
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